Sunday, July 18, 2010

कहानी एक मेरे दोस्त की .................

इस कहानी को पढने के लिए आपको ये जानने से ज्यादा जरुरत इस बात की है की मेरा दोस्त कौन है जिसके बारे में ये कहानी मई लिखने जा रहा हूँ. तो मै आपको अपने दोस्त के बारे में बता दू मेरे दोस्त का नाम पप्पू है , और ये कहानी मै उसके और उसकी साली के साथ बीते हुए एक गर्म गर्म पल के बारे में आप सभी सेक्स पसंद लोगो के लिए लिख रहा हूँ. हमारे दोस्त की सदी हुए कुछ दिन हो चुके थे और इस अन्तराल में वो एक दो बार अपने ससुराल गया था. तो उसके पल उसकी अपनी बीबी के साथ बीते थे. और उस पल में वो अपनी बीबी की जम कर चुदाई करता था , और ससुराल जाना और अपनी बीबी को चोदना उसे बहुत ही भाता था. उसकी बीबी एक जबरदस्त मॉल है मै ये यकीं के साथ कह सकता हु की उसे देख कर आप लोगो का लैंड अपने पुरे साइज़ के साथ आपके पैंट से बहार निकलने की कोसिस करने लगेगा. क्यूंकि उसकी बीबी की चूची की साइज़ बोले तो जबरदस्त है वो देखने से एक रसीले आम की तरह लगता है. हर बार की तरह इस बार भी वो अपने ससुराल बीबी की चुदाई के लिए गया पर जाने पर उसे निरासा हाथ लगी क्यूंकि उस दिन उसकी बीबी का व्रत था. उसे अब एक पल भी ससुराल में मन नहीं लगने लगा क्यूंकि उसे पता था आज रात को वह अपनी बीबी को चुद नहीं पायेगा , उसी पल उसकी नजर अपने साली पे पड़ी जो की अपने जीवन की सोलहवे बसंत के पराव कओ पर करने वाली थी उसे पता था उसकी साली रात में अकेले अपने kamre में सोती है

और थोड़ी देर बाद उसकी जबरदस्त स्वागत उसके ससुराल में उसकी प्यारी और सेक्सी साली के द्वारा हुआ . इस दौरान कभी कभी उसका हाथ उसके साली के चूची को छुया भी , साली के रसीले चूची के छुवन मात्र से उसका लैंड उफान मरने लगा था वह सोच लिया की आज रात को बीबी की नहीं तो साली की ही चुदाई सही.

और रात होने पे उसकी साली अपने रूम में sone चली गयी आज रात उसकी बीबी भी उसके साथ नहीं सोयी थी वो अकेले अपने रूम में था , रात को जब वह जान गया की घर में sab so rahe है तो वो चुपके से अपनी साली की रूम का दरवाजा खटखटाना चाहा पर उसे पता चला की वो दरवाजा पहले से खुला हुआ है. वो दबे पाऊं अपने साली के बेड के पास गया , वो गहरी नींद में सो रही थी वो उसकी रसीले आम की तरह चूची को देखकर दीवाना हुआ जा रहा था, वो धीरे से बेड पे साली के बगल में लेट गया और वो धीरे धीरे अपनी साली के बालों को सहलाने लगा, सायद उसके छुवन का एहसास उसके साली को हुआ पर वो कुछ बोली नहीं सायद उसे भी यह सब अच्छा लग रहा था , यह देखकर मेरे दोस्त को और बढ़ावा मिला वो अपने होठो को अपनी साली के होठो के पास ले जा कर एक जबरदस्त चुम्बन लिया, और साली के पुरे सरीर को सहलाते हुए उसके फ्राक को उतार दिया, अब उसके साली का रसीला चूची मात्र एक ब्रा के कैद में था , उसने ब्रा के ऊपर से अपनी साली की चूची को दबाना सुरु किया , अब तक उसकी साली पूरी तरह जग चुकी थी पर उसने ना नहीं किया , फिर मेरे दोस्त ने अपनी साली की ब्रा भी खोल दी अब साली की चूची एक आम की तरह उसके हाथो में थी, चूची को छूते ही वो जान गया की उसकी साली अभी एक कची कलि है. वो बरे प्यार से साली की चूची को दबाये जा रहा था ,

अब उसकी साली को पता चल चूका था की आगे और मजा लेने के लिए पूरी तरह जागना होगा और उसने बरे प्यार से पूछा जीजा जी सिर्फ चूची दबाते हुए ही समय बर्बाद करोगे,

तो मेरे दोस्त ने बोला , मेरी प्यारी साली आप अपने पैंटी को तो खोलो फिर आगे कुछ मै करू तो वह बरे प्यार से बोली पहले आप खोलो
तो उसने अपने खड़े हुए लैंड के ऊपर से अंडर वेअर को खोल दिया , उसकी साली उसके लैंड को हाथो में लेकर सहलाने लगी अब तो मेरा दोस्त पागल हुआ जा रहा था उसने अपनी साली को लैंड को मुह में लेने को बोला पहले तो उसने मन किया फिर वो उसके लैंड को मुह में लेकर जिव से सहलाने लगी अब मेरे दोस्त के लैंड से लार आ रहा था फिर भी उसकी साली उसके लार से भरे हुए लैंड को चुसे जा रही थी ,
अब मेरा दोस्त अपने काबू से बाहर हो चूका था , अब उसने अपनी साली को पूरी तरह से नंगा कर दिया
और प्यार से अपने हाथो से अपने साली की पावरोटी की तरह फुले हुए बुर को सहलाने लगा. उसकी साली अब पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी,
अब वो अपने लैंड से अपनी साली के बूर को सहला रहा था उसकी साली अब थोरा thora सिहर रही थी लैंड के छुवन मात्र से ,, वो दर कर बोली इतना बार लैंड अन्दर चला जायेगा ?
तो मेरे दोस्त ने कहा हां प्यारी साली थोडा सा दर्द होगा फिर मजा आयेगा , उसके बाद वो लैंड को अन्दर डलवाने के लिए तैयार हो गयी,,

दोस्त जानता था ये कमसिन कली है इसलिए उसने साली के बुर पर थोडा सा तेल लगा दिया उसके बाद उसने अपने लैंड को साली की बूर पे rakh कर थोडा सा दबा दिया , लैंड थोरा भीतर गया साली चीखना चाही पर दोस्त ने उसके मुह को बंद कर के एक और जोर का झटका अपने लैंड से mara उसकी साली बुरी तरह दर्द से छटपटा कर रह गयी , फिर मेरे दोस्त ने अपने लैंड को दो तिन बार अन्दर बाहर किया
अब उसकी साली को भी मजा आने लगा था ,, वो भी अब चुदाई का मजा ले रही थी
वो जोर जोर से अपने कमर को हिला रही थी और "और जोर से जीजा जी और जोर से" चिल्लाये जा रही थी मेरा दोस्त भी जम कर चुदाई का मजा ले रहा था ,,
और अंत में मेरे दोस्त ने अपने लंड से गर्म गर्म बीर्य अपने साली की बूर में daal दिया उसकी साली भी अब पूरी तरह से मस्ती ले चुकी थी ,,
अब उसकी साली उसके मुरझाये लंड को हाथ में ले कर प्यार से बोली क्यूँ जीजा जी अब तो आपको मेरे लिए पुरे १० दिनों तक ससुराल में रहना होगा,
मेरा दोस्त भी ख़ुशी ख़ुशी इस बार पुरे १० दिनों तक ससुराल में रहने को तैयार हो गया और फिर तो जितने दिनों तक ससुराल में रहा उतने दिनों तक ससुराल में साली के साथ जबरदस्त चुदाई कर के अपनी साली को कमसिन कली से फूल बना दिया ,,,



दोस्तों इस कहानी को पढने के बाद आप सिर्फ कहानी का हिंट मुझे दीजिये जो आपके साथ जुदा हुआ हो मै उसपे कहानी लिख कर आपको आपके बिताये हुए पल का गिफ्ट दुगा...


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